Aa aa...
वो परिंदा जिसे प्रभाज से फुरसत ना थी
आज तनहा है तो दीवार पर आ बैठा है
बिछड़ कर तुझ से ना
देखा गया है किसी का मिलाप
उड़ा दिए हैं परिंदे
सजल पे बैठे हुए
वो जाने किस हाल में होगी *10
जम गई हुस्न पर हरी साड़ी
हाय कितनी हसीन लगती थी
मुस्कुराना रिझाना शर्माना
हर अदा दिलनसी लगती थी
वो जाने किस हाल में होगी *6
उससे मिलूंगा कैसे मिलने ना दे जमाना
आया ना रास हमको चाहत में दिल लगाना
वो जाने किस हाल में होगी *6
मुसीबत में शरीफों की शराफत कम नहीं होती
करो सोने के सौ टुकड़े तो कीमत कम नहीं होती
कशिश कुछ और बढ़ जाती है चाहत कम नहीं होती
बिछड़ कर हमने देखा है मोहब्बत कम नहीं होती
वो जाने किस हाल में होगी *6
लहू दिल का आ गया है मेरे आंसुओं में ढल के
वो निगाहें कितना सामा गई जिंदगी बदल के
मुझे तुम ही कुछ बता दो ए हंसी चांद तारो
वो कहां चले गए हैं मेरी जिंदगी बदल के
वो जाने किस हाल में होगी *6
आहे दुनिया बेअसर है क्या करूं
मेरा कातिल बेहूनर है क्या करूं
जी में आता है शहर को फूंक दूं
शहर में उसका भी घर है क्या करूं
वो जाने किस हाल में होगी *6
जिसकी जवानी होश उड़ाती
जिसके के केशू काली घटाएं
जिसकी आंखें नीलम जैसी
जिसके होंठ दरस तक आए
वो जाने किस हाल में होगी *6
याद मुझे वो करती होगी
प्यार में आहे भर्ती होगी
मेरा तसव्वुर आता होगा
दिल उसका घबराता होगा
चुपके चुपके रोती होगी
चैन से कब वो सोती होगी
वो जाने किस हाल में होगी *6
जाने जाना आ आ*4
हुस्न की मलिका रूप रानी
साल सोलवा भरी जवानी
रेशम केशू गाल गुलाबी
चाल चले हैं जैसे शराबी
ऐ मेरी जाने गजल
आ तुझे प्यार करूं
चाहता हूं मैं तुझे
इसका इजहार करूं
आ भी जा देर ना कर
इतना अंधेर ना कर
चांद तारों के तले
Aaj Dil Dil se mile
हम अगर प्यार करें
क्यों जमाने से डरे
प्यार लैला ने किया
प्यार मजनू ने किया
हुस्न ए रंगी की कसम
तेरे गालों की कसम
तेरे बालों की कसम
अगर हंस कर एक बार
कर दो इशारा
फलक से अभी तोड़
लाऊं सितारा
सितारा तुम्हारी
जबीं पर सजा दूं
तुम्हें और भी खूबसूरत बना दूं
असर क्या करेगी
मेरी बात तुम पर
तुम तो रखते हो
सीने में पत्थर
ओ नाजमी हसीना
दिल तूने मेरा छीना
बरसात का महीना
ना जाम है ना मीना
इतने में एक हसीना
आई उतर के जीना
माथे पे था पसीना
कहती थी वाह करीना
पी लो जिसे है ना
मैंने कहा हसीना
हरगिज़ नहीं पियूंगा
आंखों से जाम लूंगा
मैं सब्र का बंदा हूं
घायल हूं वफाओं का
किस तरह करूं शिकवा
दुनिया की जफाओं का
पैमाने वफा पूरा करने का इरादा है
अब तेरी ही मोहब्बत में मरने का इरादा है
जाने जाना आ आ*10
शम्मा की गोद में परवाने गजल कर कहना
या किसी आशिक ए मुफ्तर का तड़प कर कहना
मौत के वक्त ये बीमार का रो कर कहना
उनकी चौखट पर जलाना मेरा दख्तर कहना, कहना
जाने जाना आ आ*8
यह रस्म कितने दिनों और चलने वाली है
किसी का जाम भरा है किसी का खाली है
फलक की गोद सितारों से खाली खाली है
चले गए हो के अब रात जाने वाली है
जाने जाना आ आ*8
जिसका परियों जैसा चेहरा
जिसके आगे चांद भी धुंधला
ख्वाब नगर की वो शहजादी
रूप की रानी हुस्न की मलिका
वो जाने किस हाल में होगी *6
आकर आतिश से बंधी कमरे में
उसके बारे में सोचता हूं मैं
उसके जलवों की याद आती है
यार क्यों उसको देखता हूं मैं
वो जाने किस हाल में होगी *6
सर से पां तक एक कयामत
मस्त अदाएं चढ़ता जोवन
जिसको जवानी की मंजिल तक
लाके छोड़ गया था बचपन
वो जाने किस हाल में होगी *6
दिल की धड़कन बन जाता था
जिसकी आंख का काजल अक्सर
मस्त फिजाएं भी गाती थी
जिसके नगमे ठहर ठहर कर
वो जाने किस हाल में होगी *6
सर से पां तक एक कयामत
मस्त अदाएं चढ़ता जोवन
जिसको जवानी की मंजिल तक
लाके छोड़ गया था बचपन
वो जाने किस हाल में होगी *6
तीन बरस के बाद में उसके
आज सहर में आया हूं
वो जाने किस हाल में होगी
लम्हा लम्हा सोच रहा हूं
वो जाने किस हाल में होगी *6
शम्स तसव्वुर मेरा उसको
जब भी कभी तड़पाता हो
मेरी तरह से दिल उसका भी
शाम ही से घबराता होगा
वो जाने किस हाल में होगी *6